इंटरनेट प्रोटोकॉल या आईपी एड्रेस क्‍या होता है

इंटरनेट प्रोटोकॉल या आईपी एड्रेस क्‍या होता है (Internet IP Address)

IP Address
IP Address



आईपी एड्रेस (IP address) का पूरा नाम इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस (Internet Protocol Address), आज के समय में आईपी एड्रेस (IP address) के बगैर कंप्‍यूटर (Computer) को इंंटरनेट (Internet) या किसी भी नेेटवर्क (Network) से जोडा नहीं जा सकता है, आईये जानते हैं क्‍या होता है इंटरनेट प्रोटोकॉल या आईपी एड्रेस – Internet Protocol (IP address) Definition in Hindi –

What is IP (Internet Protocol ) Address In hindi language




आईपी एड्रेस (IP address)  के एड्रेस शब्‍द से आप समझ गये होगें कि मामला किसी पते से जुुडा हुआ है लेकिन किस पते से यह हम अापको बता देते हैं, असल में जब आप अपने फोन या कम्‍प्‍यूटर को इंटरनेट से जोडते हैं तो आपके डिवाइस को इंटरनेट पर पहचाने के लिये एक खास कोड दिया जाता है, जिससे आपकी लोकेशन और नेटवर्क का पता चलता है। इस कोड को आईपी एड्रेस (IP address) या इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस (Internet Protocol Address) कहते हैं।




आईपी एड्रेस (IP address) चार भागों में बंंटा रहता है, प्रत्‍येक को  डॉट यानि दशमलव के चिन्‍ह द्वारा अलग किया जाता है, आईपी एड्रेस (IP address) के प्रत्‍येक भाग में 0 से 255 अंक होते हैं। जैसा कि ऊपर चिञ में एक आईपी एड्रेस (IP address) “184.106.117.64” दिया गया है यह आईपी एड्रेस (IP address) का चौथा version है, इसलिये इसे IP version 4 (IPv4) या Internet Protocol version 4 कहते हैं।
IP version 4 (IPv4) 32 बिट का होता है, बिट (bit) कंप्‍यूटर की मैमोरी की सबसे छोटी ईकाई होती है, जब चार बिट को मिला दिया जाता है तो उसे निब्‍बल (Nibble) कहते हैं यानी 1 निब्‍बल = 4 बिट बाइट (Byte) अौर 8‍ बिट के एक समूह को बाइट कहते हैं।
चूंकि इंटरनेट पर हर डिवाइस जो भी नेटवर्क या इंटरनेट से जुडी हो उसका अपना अलग आईपी एड्रेस होता है, अगर दुनियां भर की सभी डिवाइस को अलग-अलग आईपी एड्रेस (IP address) दिया जाये तो  IP version 4 (IPv4) से 270 लाख अलग-अलग आईपी एड्रेस (IP address) बनाये जा सकते हैं, लेकिन अगर संख्‍या इससे ऊपर गई तो ?
बढते इंटरनेट प्रयोग के कारण IP version 4 (IPv4) के स्‍थान पर IP version 6 (IPv6) का विकास किया गया है, इसे Png (IP new generation) भी कहते हैं, Internet Protocol version 6 (IPv6) 128 बिट्स का है, जिससे भविष्‍य में अाईपी एड्रेस समाप्‍त होने कि चिंता खत्‍म हो जायेगी।
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IP Address Introduction In Hindi

किसी Network पर सूचनाओ के आदान-प्रदान को नियमित करने के लिए कुछ निश्चित नियम होते है ! जिन्हें Protocol कहा जाता है ! Internet भी इनका अपवाद नहीं है ! क्योंकि यह दुनिया का सबसे बड़ा Network है ! इसका भी एक Protocol है , जिसे TCP/IP कहा जाता है! इसका पूरा नाम “Transmission Control Protocol/Internet Protocol है ! जैसा की इसके नाम से ही पता चाल रहा है की यह Internet को व्यवस्थित करने वाले नियमों का संग्रह है ! इसमें Internet से जुड़े हुए सभी Computers अथवा Website का एक Main Address दिया जाता है ! जिसको IP Address कहते है यह Computer की पहचान होता है !
इसके चार भाग होते है ! जिनमे से सभी भाग 0 से 255 तक की एक संख्या होती है ! सभी भाग आपस में बिंदु यानि (.) से जुड़े होते है !
For Example :- 192.168.210.15 यह एक IP Address है !
इस Address से किसी से किसी Website को अथवा वह Website जिस Computer में Store की गई है उस Computer को पहचाना जाता है !
किसी भी दो Computer या Websites के IP Address समान नहीं हो सकते है !
इस तरह के Address का फायदा यह है की यह सभी प्रकार के Hardware और Software पर लागु होता है !
TCP/IP एक डाक विभाग की तरह काम करता है ! जरुरत होने पर वह किसी सुचना की कई छोटे-छोटे भागों में तोड़ लेता है और प्रत्येक भाग को एक स्वतंत्र सुचना या पत्र की तरह उसके गंतव्य को प्रेक्षित करता है !





IP Address (internet Protocol) definition in Hindi

IP Address definition : IP Address का मतलब होता है Internet Protocol. यह एक Numerical label होता है जो की नेटवर्क की सभी devices (I.e. computers, printers etc) को identify करने के लिए use करते है | कोई भी IP address मुख्य तौर से दो काम करता है, एक तो होस्ट और नेटवर्क interface को identification के लिए एवं दूसरा डिवाइस की location identify करने के लिए | 

 

जब desingers ने IP Address को डिज़ाइन किया था तो IP Address एक 32 bit number था एवं इस सिस्टम को IPv4 कहा गया | लकिन अब इंटरनेट की ग्रोथ की वजस से 32 bit number system मे जो IP Addresses थे वो कम पड़ने लग गए तो designers ने एक new IP Address system लांच किया जिसको IPv6 कहा जाता है | हालांकि अभी भी IPV4 बहुत popular है एवं use मे है लकिन future मे यह IPV6 मे convert हो जायेगा | नया IP system IPv6 128 bit address है एवं ये 1995 मे develop किया गया था | IPv6 को standardized 1998 मे किया गया जबकि deployment mid २००० से start किया गया |  




Example of IPv4 address –  172.16.254.1

Example of IPv6 Address –  2001:db8:0:1234:0:567:8:1

IPv4 Address Class, range and subnet Mask


Reserved IPv4 Private IP Address   

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The Format of an IP Address:

आईपी एड्रेस मे हमेशा नंबर के 4 ब्‍लॉक होते हैं, जो पीरियड के द्वारा अलग अलग होते हें| प्रत्येक ब्लॉक में 0 से 255 कि संभावित रेंज होती हैं, जिसका मतलब है कि प्रत्येक ब्लॉक मे 256 संभावित वैल्यू होती हैं| उदाहरण के लिए, आईपी एड्रेस 192.168.1.10 ऐसे दिखता हैं|

इन एड्रेस मे से 3 रेंज को विषेश उद्देश्य के लिए आरक्षित किया गया हैं| पहला एड्रेस 0.0.0.0 डिफ़ॉल्ट नेटवर्क से संबंधित होता हैं और 255.255.255.255 को ब्रॉडकास्ट एड्रेस कहा जाता हैं| तीसरा एड्रेस 127.0.0.1 लूपबैक एड्रेस है, और यह आपके ही मशीन या कंप्‍यूटर को दर्शाता हैं|

IP Address Standards:

किसी भी नेटवर्क पर इस्तेमाल किए जाने वाले आईपी एड्रेस के 2 स्टैण्डर्ड हैं:

  1. IPv4
  2. IPv6




(1) IP version 4 (IPv4):-

Internet Protocol version 4 (IPv4) यह इंटरनेट प्रोटोकॉल(IP) का चौथा वर्जन हैं, जिसे नेटवर्क के डिवाइस की पहचान करने के लिए इस्‍तेमाल किया जाता हैं| IPv4 एड्रेस 32 बीट लंबा होता हैं और यह 4,294,967,296 एड्रेसेस को सपोर्ट करता हैं (हालांकि इनमे से कई विशेष उद्देश्यों के लिए आरक्षित हैं, जैसे 10.0.0.0 और 127.0.0.0)

192.168.0.1 यह एक IPv4 एड्रेस का एक सामान्य उदाहरण है। सबसे आसानी से पहचाने जाने वाली आईपी रेंज 192.168.0.1 – 192.168.0.255 हैं, क्योंकि इन एड्रेस को हम घर या ऑफिस पर उपयोग करते हैं|

(2) IP version 6 (IPv6):

इंटरनेट के लोकप्रिय विकास के कारण IPv4 के संभावीत एड्रेस भविष्‍य में समाप्‍त होने कि चिंता से Internet Protocol version 6 (IPv6) का नया वर्जन विकसीत किया गया| यह IPv4 का नया और उन्‍न्‍त वर्जन हैं| इसे IPng (IP new generation) के रूप में भी जाना जाता है।

Internet Protocol version 6 (IPv6) 128 बिट्स लंबा होता हैं। इसलिए, यह 2 ^ 128 इंटरनेट एड्रेस को सपोर्ट करता हें, जो 340.282.366.920.938.000.000.000.000.000.000.000.000 एड्रेस के बराबर हैं| यह बहुत सारे एड्रेस हैं और वे बहुत लंबे समय तक इंटरनेट ऑपरेशनल जारी रखने के लिए पर्याप्त से अधिक हैं।

IP address classes:

IPv4 एड्रेस मे आईपी रेंज के लिए पाच क्‍लासेस हैं: Class A, Class B, Class C, Class D और Class E| जबकि केवल A, B, और C को ही आमतौर पर इस्तेमाल करते हैं| हरएक क्‍लास आईपी एड्रेस कि वैध रेंज के लिए अनुमति देता हैं, जिसे इस टेबल में दिखाया गया हैं |

IP address classes in hindi
IP address classes in hindi



 

अपने कंप्यूटर का आइप कैसे जाने

What is My IP Address

आपके कंप्यूटर का प्राइवेट आईपी एड्रेस खोजने के लिए –

सबसे पहले, Start मेनू को क्लिक करें, और Run को सिलेक्‍ट करें।

आगे Run बॉक्स में ‘cmd’ टाइप करें और ””OK” बटन पर क्लिक करें।

अंत में, प्रॉम्प्ट पर ” ipconfig ” टाइप करें और आपके आईपी एड्रेस के बारे में जानकारी यहाँ प्रदर्शित कि जाएगी।

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